गुनाह
गुनाह ( 5 )
उत्तर ने अपने आप को संभाला । उत्तर ने अपने सामने वाले हमलावर के दोनों टांगों के बीच में एक जोरदार लात मारी , जिससे वह करहाते हुए नीचे गिर पड़ा । अपने साथी को नीचे गिरता हुआ देखकर उस पांचवे हमलावर ने उसे सम्भालने की कोशिश की । उसे दर्द से करहाता हुआ देखकर उस पांचवें हमलावर ने अपनी जेब में रखा चाकू निकालने के लिए हाथ डाला , पर ....... चाकू जेब में नहीं था । वह इधर उधर निगाहें दौड़ाने लगा । इस दौरान उत्तर अपने आप को सम्भालने की कोशिश करने लगा । उस पांचवें हमलावर को एक चाकू नज़र आया । यह वही चाकू था जो उसके एक हमलावर दोस्त के सीने में लगा था। उसने जाकर अपने दोस्त के सीने में से वह चाकू निकाला और उत्तर की तरफ बढ़ने लगा और बोला - साले , हमारे दोस्तों को खा गया , तेरे को तो मैं जिन्दा नहीं छोडूंगा ।
यह बोलकर उसने उत्तर के सीने में चाकू से एक वार किया , पर उसी दौरान उत्तर ने पास ही में पड़ा पत्थर उठाकर उसके सर की तरफ जोर से फेंका । उस पत्थर के हमले से उस हमलावर के हाथ से वह चाकू छूट गया जिसे उत्तर ने तेज़ी से उठा लिया । उत्तर के हाथ में चाकू देख कर वह पांचवा हमलावर बुरी तरह डर गया । उसने उत्तर से रहम की भीख मांगी । यह सुनकर उत्तर बोला - अभी थोड़ी देर पहले मैंने तुम लोगों से कितनी मिन्नतें की पर तुम लोग........... (आंखों में आंसू लिए ) तुम लोगों ने मुझे खूनी बना दिया । उत्तर यह बोल ही रहा था कि अचानक से उसके चौथे साथी ने उसे पीछे से पकड़ लिया । मौका देख कर उस अन्य साथी ने उसके हाथ से चाकू छीन लिया । उत्तर के हाथ से चाकू छीनकर वह हमलावर बोला - अब आया न ऊंट पहाड़ के नीचे । उत्तर ने अपने आप को छुड़ाने की बहुत कोशिश की पर कोई फायदा न हुआ । उस हमलावर ने उत्तर के ऊपर हमला किया पर ठीक उसी दौरान उत्तर ने अपने पूरे शरीर का जोर लगाया और एक झटके से नीचे बैठ गया । यह सब इतना जल्दी हुआ कि दोनों हमलावर अपने आप को सम्भाल नहीं पाए और वह चाकू सीधा उस हमलावर के सीने में जा लगा जिसने उत्तर को पकड़ रखा था । वह हमलावर तड़पते हुए ज़मीन पर गिर पड़ा । चाकू वाले हमलावर ने समय न गंवाते हुए उत्तर के ऊपर एक अन्य हमला किया पर उत्तर अपनी जगह से हट गया । उस हमलावर ने मौका देखकर लात मारकर उत्तर को नीचे गिरा दिया और उसके ऊपर बैठ गया ताकि वह हिल न पाए । पर उत्तर इतनी आसानी से हार मानने वाला कहां था ।
उस हमलावर ने उत्तर के सीने पर एक अन्य वार करने की कोशिश की , पर उत्तर ने उसके हाथ पकङ लिए । उत्तर ने उसे एक जोरदार घूंसा दिया जिस से उसकी पकड़ चाकू पर ढीली पड़ी । और उत्तर ने उससे चाकू छीनकर वह चाकू उसके पेट में घोंप दिया । चाकू के वार से वह हमलावर ज़मीन पर गिर पड़ा और तड़पने लगा ।
उत्तर दौड़ते हुए सलोनी के पास आया । और उसके हाथ पांव खोलने लगा । उत्तर सलोनी का मुंह खोलते हुए बोला - तुम ठीक तो हो बहन ? उन्होंने कुछ किया तो नहीं । वह यह बोल ही रहा था कि अचानक वह हमलावर (जिसके सर पर उत्तर ने पत्थर मारा था ) ने उत्तर के ऊपर हमला किया । यह देख सलोनी बुरी तरह डर गई । उत्तर ने अपने आप को सम्भालते हुए उसे एक घूंसा जड़ दिया । फिर उसे पकड़ कर नीचे पटक दिया । वह हमलावर सर के बल गिरा था और वहां एक पत्थर भी था , और पहले से ही उसके सर पर चोट लगी थी इसी वजह से उसके सर से पहले से ज्यादा खून बहने लगा । वह जमीन पर छटपटाने लगा। उत्तर अब पूरी तरह थक चुका था। वह भी जमीन पर गिर पड़ा। फिर उसे सलोनी का ख्याल आया। उसने उठने की बहुत कोशिश की, पर........... उसकी आंखों के आगे अंधेरा छाने लगा वह कुछ करता इससे पहले ही वह बेहोश हो गया
क्रमश:...... रोमा.........
Mohammed urooj khan
30-Jan-2024 11:51 AM
👌🏾👌🏾👌🏾
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Khushbu
26-Jan-2024 10:34 PM
Nice one
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Alka jain
26-Jan-2024 09:57 PM
V nice
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